वर्तमान में सरकार समाज की बेटियों को सशक्त, स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर किसी क्षेत्र में कार्य कर रही है और उनके लिए अनेक प्रकार की योजनाएं निकल रही है, वर्तमान मैं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बलियो के लिए एक नई योजना निकाली गई है इसे भाग्यलक्ष्मी योजना कहा जाता है इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियों को जन्म से लेकर पढ़ाई तक मदद के रूप में ₹200000 तक की सहायता उपलब्ध करवाई जाती है, नई गरीब परिवार से आने वाली बच्ची किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करें और अपनी पढ़ाई की क्षेत्र में पूरा सहयोग मिलेगा।
क्योंकि भारत में कहीं ऐसे समाज है जो आर्थिक रूप से बहुत ही ज्यादा कमजोर है तथा गरीबी रेखा से नीचे अपना जीवन यापन करते हैं इसलिए वह बालिका शिक्षा को बढ़ावा नहीं दे सकते हैं तो सरकार ने उन्हें की समस्याओं को समझते हुए नई योजना निकाली है, इस माध्यम से उन बालिकाओं को आर्थिक शिक्षा प्रदान करके उनकी आगे की शिक्षा तथा जीवन यापन करने की संपूर्ण प्रक्रिया को सुगम बनाया गया है, ताकि बालिका किसी भी क्षेत्र में पिछड़े न रहकर आत्मनिर्भर और सशक्त बना सके। इसके अलावा योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी जैसे मिलने वाली राशि/ योजना का उद्देश्य इत्यादि पोस्ट में नीचे बताई जा रही है।
भाग्यलक्ष्मी योजना क्या है ?
उत्तर प्रदेश भाग्यलक्ष्मी योजना एक राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना है इस योजना की शुरुआत वर्ष 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में हुई थी और योजना को बाद में अन्य सरकारों ने भी आगे बढ़ाया और इसमें समय-समय पर संशोधन किए गए, जिसका उद्देश्य गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों में जन्म लेने वाली बालिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना है। यह योजना समाज में लैंगिक असमानता को दूर करने बालिका भ्रूण हत्या को रोकने और बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भाग्यलक्ष्मी योजना के उद्देश्य
- बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहित करना – उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में लड़कों की तुलना में लड़कियों की जनसंख्या दर कम है इसलिए यह योजना बालिका जन्म को प्रोत्साहन देने के लिए बनाई गई है ताकि समाज में बेटियों को बोझ na समझा जाए।
- बालिका भ्रूण हत्या को रोकना – योजना के तहत बालिका के जन्म पर आर्थिक लाभ दिया जाता है जिससे भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों को रोका जा सके।
- शिक्षा को बढ़ावा देना – योजना में बालिकाओं को हर कक्षा में पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती हैं इससे माता-पिता को बलि क्यों की शिक्षा की और प्रेरित किया जाता है।
- गरीब परिवारों की बालिकाओं को जन्म शिक्षा और विवाह के समय आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- और बाल विवाह जैसी कुप्रथा को रोकना।
- बालिकाओं को शिक्षा स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा देना ताकि वह आत्मनिर्भर बन सकें।
- समाज में लड़का और लड़की के बीच भेदभाव को खत्म करना।
योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि
भाग्यलक्ष्मी योजना के अंतर्गत बालिकाओं को जन्म से लेकर उनकी शिक्षा और 18 वर्ष की आयु तक आर्थिक सहायता की विभिन्न किस सरकार द्वारा प्रदान की जाती है जो निम्न प्रकार से प्रदान की जाती है:-
- बालिकाओं गांव के जन्म पर ₹50000 की फिक्स डिपाजिट बालिका के नाम पर की जाती है।
- 0 से 1 वर्ष के बीच टीकाकरण पर ₹1000 की सहायता राशि।
- 1 से 2 वर्ष के बीच टीकाकरण पर ₹1000 की सहायता राशि।
- कक्षा 1 में प्रवेश लेने पर ₹2000 की राशि।
- कक्षा 3 में प्रवेश पर ₹2000 की राशि।
- कक्षा 6 में प्रवेश पर ₹3000 की सहायता राशि।
- कक्षा 8 में प्रवेश पर ₹5000 की आर्थिक राशि।
- जबकि कक्षा 10 में प्रवेश पर ₹7000 की आर्थिक राशि।
- और यदि आपकी बालिका ने 18 वर्ष की आयु पूरी कर ली है और वह अविवाहित है तो ₹50000 फिक्स्ड डिपॉजिट मैच्योरिटी राशि ब्याज सहित मिलती है।
भाग्यलक्ष्मी योजना के लिए पात्रता मापदंड
- आवेदन करने वाली बालिका उत्तर प्रदेश की स्थाई निवासी होनी चाहिए।
- बालिका का जन्म किसी पंजीकृत चिकित्सा संस्थान में हुआ हो।
- बालिका की शादी 18 वर्ष की उम्र से पहले न हो।
- परिवार बीपीएल श्रेणी में होना चाहिए।
- माता-पिता के पास बीपीएल राशन कार्ड और गरीब प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय 200000 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- लाभ के लिए बालिका को मान्यता प्राप्त विद्यालय में नियमित रूप से पढ़ाई करनी होगी।
- प्रत्येक कक्षा में प्रवेश के समय लाभ प्राप्त करने के लिए विद्यालय का प्रमाण पत्र देना आवश्यक है।
- बालिका का समय पर टीकाकरण कराना अनिवार्य है।
- योजना का लाभ एक ही परिवार की अधिकतम दो बेटियों को ही दिया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- बीपीएल राशन कार्ड या गरीबी रेखा प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- टीकाकरण कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- पासवर्ड सहित फोटो
- विद्यालय प्रमाण पत्र
आवेदन कैसे करें ?
भाग्यलक्ष्मी योजना के लिए आवेदन आप ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों माध्यम से कर सकते हैं ऑफलाइन आवेदन करने के लिए निम्न स्टेप्स का अनुसरण करें :- सबसे पहले अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्रीय ब्लॉक महिला एवं बाल विकास कार्यालय से भाग्यलक्ष्मी योजना का आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं, आवेदन फार्म में संपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी सही-सही भरे, इसके पश्चात आवश्यक दस्तावेज फॉर्म के साथ अटैच करें, और फॉर्म और दस्तावेजों को संबंधित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीडीपीओ या महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में जमा करवाए।