वर्तमान में सरकार द्वारा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह की योजना निकाली जा रही है। क्योंकि सरकार यह चाहती है कि बालिका शिक्षा में बढ़ावा हो और बालिकाएं भी सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। इसलिए सरकार ने दसवीं पास के बाद उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए छात्राओं हेतु एक नई योजना जारी की है। इस योजना को कृषि छात्र प्रोत्साहन योजना के नाम से जाना जाता है, योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर अर्थात पिछड़े वर्ग से आने वाली लड़कियों को बहुत ही ज्यादा फायदा होगा और वह अपनी उच्च शिक्षा की पढ़ाई को निरंतर रख पाएगी। यह योजना कृषि के क्षेत्र में योगदान के लिए लाई गई है।
इस योजना के तहत बालिकाएं कृषि के क्षेत्र में शिक्षा कर सकती है, 10वीं के बाद छात्राओं को कृषि के क्षेत्र में उच्च पढ़ाई के लिए ₹40000 तक आर्थिक की सहायता दी जाएगी। ताकि वह अपनी पढ़ाई को सुनिश्चित रख सकेगी और भविष्य में कृषि के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकेगी। क्योंकि वर्तमान की युवा पीढ़ी खेती की ओर ध्यान बिल्कुल कम दे रही है क्योंकि उन्हें उसे तरह का काम अच्छा नहीं लग रहा है। यदि कृषि की मात्रा में कमी आएगी तो फिर अनाज जी का मूवी का इसलिए सरकार एग्रीकल्चर स्कॉलरशिप स्कीम को बढ़ावा दे रही है।
योजना के लिए पात्रता मापदंड
कृषि छात्र प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने के लिए छात्राओं के पास निम्नलिखित पात्रता मापदंड होने अनिवार्य हैं :-
- इस योजना हेतु आवेदन करने वाली छात्रा राजस्थान की मूल निवासी होनी चाहिए।
- जो वर्तमान में किसी मान्यता संस्थान से कक्षा 11 से लेकर पीएचडी तक कृषि पाठ्यक्रम में अध्यनरत होनी चाहिए।
- पिछली कक्षा में 60 अंक प्राप्त करने वाली छात्रों को प्राथमिकता मिलेगी।
सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि कृषि के क्षेत्र में बढ़ोतरी हो, जिसके कारण पिछड़े वर्ग आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को प्राथमिकता मिलेगी तथा उनका शैक्षणिक स्टार भी बढ़ेगा, लड़कियां आर्थिक रूप से सहायता मिलने पर प्रोत्साहित होगी और उनकी पढ़ाई की और इच्छुकता बढ़ेगी। और यह राशि सरकार द्वारा छात्रों को सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
एग्रीकल्चर स्कॉलरशिप योजना का लाभ
कृषि छात्र प्रोत्साहन योजना एक ऐसी योजनाएं जिसे सरकार द्वारा उच्च स्तर की पढ़ाई हेतु चलाई जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य 11 एवं 12वीं में एग्रीकल्चर विषय में अध्यनरत बालिकाओं को आगे की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति उपलब्ध करवाई जाएगी। इस छात्रवृत्ति के तहत कृषि विषय की छात्राएं जो आगे ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट पढ़ाई हेतु छात्रवृत्ति मिलेगी। 11वीं एवं 12वीं में अध्यनरत लड़कियों को ₹15000 की छात्रवृत्ति मिलेगी। ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट में अध्यनरत लड़कियों को ₹25000 की छात्रवृत्ति मिलेगी।
इसके अलावा पीएचडी स्तर की पढ़ाई करने वाली छात्रों को ₹40000 की आर्थिक सहायता के रूप में छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। यह छात्रवृत्ति उन्हें अधिकतम 3 वर्ष अर्थात पी एचडी पूर्ण होने तक मिलेगी। इस छात्रवृत्ति के तहत सरकार का मुख्य उद्देश्य हैं छात्रों को शिक्षा की ओर आकर्षित करना तथा उन्हें कृषि के क्षेत्र में बढ़ावा देना है। ताकि उनका भविष्य सुधरेगा और उनका जीवन यापन का तरीका सरल हो जाएगा।
योजना में आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
कृषि छात्र प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने वाली छात्रों के पास निम्नलिखित दस्तावेज होना अनिवार्य है :-
- आधार कार्ड
- राज्य का मूल निवास प्रमाण पत्र
- जन आधार कार्ड पिछले कक्षा जो उत्तीर्ण की है उसकी अंक तालिका।
- वर्तमान में अध्यनरत होने का प्रमाण पत्र।
- मोबाइल नंबर और रजिस्टर्ड ईमेल आईडी।
- छात्रा के पास एक अधिकृत बैंक खाता होना आवश्यक है।
- क्योंकि यह छात्रवृत्ति की राशि सरकार द्वारा छात्राओं के बैंक खाते में सीधी ट्रांसफर की जाएगी।
- इसके लिए उनका बैंक खाता जन आधार कार्ड से लिंक होना आवश्यक है।
एग्रीकल्चर स्कॉलरशिप स्कीम आवेदन करने की प्रक्रिया
कृषि छात्र प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन तरीके के माध्यम से छात्राएं कर सकती है, आवेदन करने के लिए नीचे उपलब्ध को फॉलो करें :-
सर्वप्रथम इस योजना के ऑफिशल पोर्टल पर जाएं।
एक बारीय पंजीकरण विकल्प के ऑप्शन का चयन करें, तथा रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा करें।
इसके बाद पंजीकरण आईडी एवं पासवर्ड की मदद से लॉगिन करें।
वहां पर एग्रीकल्चर स्कॉलरशिप के विकल्प का चयन करें।
संपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी को सही-सही भरें आवश्यक दस्तावेज की स्कैन की हुई कॉपी को अपलोड करें।
आवेदन भर देने के बाद संपूर्ण जानकारी चेक करें, और बाद में सबमिट करें।
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