राजस्थान सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें घर बैठे रोजगार देने की उद्देश्य से मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना की शुरुआत की है यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए लाभकारी है जो घर से बाहर जाकर काम करने में असमर्थ हैं लेकिन किसी न किसी कौशल्या शिक्षा के माध्यम से काम करना चाहती है। योजना के तहत डिजिटल स्किल्स और अन्य घरेलू या तकनीकी कौशलों को बढ़ावा मिलेगा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को एक समान अवसर मिलेगा। वर्क फ्रॉम होम योजना में बेरोजगार महिलाएं विधवा तलाकशुदा दिव्यांगजन या घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाएं प्राथमिकता में रहेगी। इस योजना की घोषणा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट सत्र 2023-24 में की थी। तथा 100 करोड़ का बजट आमंत्रित किया गया है इस योजना के तहत लगभग 20000 महिलाओं को लाभ मिलेगा।
सरकार द्वारा वर्तमान में महिलाओं के लिए तरह-तरह की योजना निकाली जा रही है, महिलाओं के लिए यह योजना एक बेहतरीन योजना है इसके तहत महिला घर बैठे ऑनलाइन काम करके या फिर तरह-तरह के अन्य कार्य करके आर्थिक रूप से मजबूत एवं सशक्त हो सकती है। क्योंकि सरकार द्वारा वर्क फ्रॉम होम योजना के तहत राज्य की महिलाओं को घर बैठे विभिन्न कार्य जैसे सिलाई कार्य डिजिटल दुकान संचालक इंश्योरेंस एजेंट डाटा कलेक्शन एजुकेटेड घर बैठे टाइपिंग जैसे हजारों वर्क इस योजना के तहत शुरू करवाएगी। इस योजना के तहत महिलाएं विभिन्न सरकारी और निजी विभागों में काम करके अपनी आर्थिक स्थिति सुधार कर सकती है।
मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना का मुख्य उद्देश्य
- इस योजना से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेगी, वे अपने आमदनी का स्रोत स्वयं बना सकती हैं और परिवार की आर्थिक मदद करेगी।
- घर बैठे रोजगार का अवसर उपलब्ध होगा अर्थात जो महिलाएं पारिवारिक सामाजिक ज्ञान या कर्म से घर से बाहर नहीं जा पाती उनके लिए यह योजना एक वरदान है।
- डिजिटल और तकनीकी कौशल को बढ़ावा मिलेगा अर्थात महिलाओं को कंप्यूटर इंटरनेट डाटा एंट्री डिजाइनिंग लेखन आदि जैसे कौशलों में प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वह डिजिटल कार्यों में सक्षम बना सकें।
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को एक समान अवसर मिलेगा।
- बेरोजगार/ विधवा/ तलाकशुदा और दिव्यांगजन महिलाओं को इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाएगी जिससे उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का मौका मिलेगा।
- महिलाओं की सामाजिक स्थिति मजबूत होगी और वह आर्थिक रूप से स्वतंत्र होगी तो उनका आत्मविश्वास और समाज में सम्मान बढ़ेगा।
- महिलाओं को सरकारी विभागों और निजी संस्थाओं के लिए घर से ही काम करने के अवसर प्रदान होंगे।
- यह योजना राजस्थान सरकार के समग्र महिला सशक्तिकरण और डिजिटल रोजगार मिशन का हिस्सा है।
वर्क फ्रॉम होम योजना के लिए पात्रता मापदंड
- आवेदक महिला राजस्थान की स्थाई निवासी होनी चाहिए।
- इस योजना में आवेदन करने वाली महिलाओं की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
- महिला न्यूनतम 8वी एवं 10वीं पास होने आवश्यक है।
- महिला के पास पहचान पत्र के रूप में जन आधार कार्ड या आधार कार्ड होना आवश्यक है।
- और महिला इस कार्य को करने के लिए इस योजना में आवेदन कर रही है उसे इसके बारे में कौशल और शिक्षा तथा अनुभव होना आवश्यक है।
वर्क फ्रॉम होम योजना में आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जन आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र (यदि मांगा जाए)
- पासवर्ड साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर और रजिस्टर्ड ईमेल आईडी।
कार्य के प्रकार और मिलने वाला वेतन
वर्क फ्रॉम होम योजना के तहत कार्य कार्य के प्रकार और घंटे के आधार पर होता है। इस योजना में कुछ कार्यों के लिए नियत वेतन होता है जबकि कुछ कार्यों के लिए प्रत्येक टास्क के अनुसार महिलाओं को वेतन दिया जाएगा, औसतन प्रति महिलाओं को ₹6000 से लेकर ₹10000 तक मासिक अमानत नहीं हो सकती है। इसके अलावा योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग राजस्थान की ऑफिशल वेबसाइट पर जाएं।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें ?
सर्वप्रथम महिला एवं बाल विकास विभाग राजस्थान सरकार की ऑफिशल वेबसाइट पर जाएं।
रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करें
जन आधार कार्ड से लॉगिन करें।
सभी आवश्यक व्यक्तिगत जानकारी सही-सही भरे तथा दस्तावेज को स्कैन करके अपलोड करें।
भरी हुई संपूर्ण जानकारी को एक बार चेक करें इसके बाद सबमिट करें।
आपका चयन होने पर आपके कार्य का विवरण एसएमएस या ईमेल पर भेज दिया जाएगा।
Note :- यदि आप एक महिला हैं, और घर से बाहर जाकर काम नहीं कर सकती हैं अर्थात काम करने में असमर्थ हैं और आपकी चाहत है कि कुछ करके दिखाएं इसलिए यह योजना एक बेहतरीन अवसर है।
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