राजस्थान में सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों की कक्षाओं की परीक्षा समाप्त हो चुकी है परीक्षा समाप्त होने की पश्चात सभी कक्षाओं का रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है रिजल्ट के पश्चात शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को आराम के रूप में 45 दिनों तक की छुट्टियां की जाती है। गर्मियों की छुट्टियां आते ही बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के चेहरों पर भी मुस्कान आ जाती है क्योंकि उन्हें पूरे साल के काम में थोड़ी राहत और आराम का समय वह मिलता है। इस बार शिक्षा विभाग ने एक सख्त आदेश जारी करके इस मुस्कान को वापस छीन लिया है और राजस्थान के कई जिलों में शिक्षकों की छुट्टियां कैंसिल कर दी है।
शिक्षा विभाग द्वारा राजस्थान में कई जिलों के शिक्षकों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई है और अब उन्हें वापस स्कूल जाने का आदेश दिया गया है, और सरकार के इस फैसले से शिक्षको में भारी परेशानी देखने को मिल रही है, उनके द्वारा छुट्टियों में बनाई गई अनेक प्रकार की योजनाओं पर भी मानो पानी फिर गया है। क्योंकि शिक्षक गण गर्मियों की मिलने वाली 45 दिनों की छुट्टियों में यदि वह घर से दूर पोस्टिंग है तो अपने घर की और प्लान करते हैं घूमने का प्लान बनाते हैं शादी समारोह में जाने का प्रोग्राम रहता है लेकिन इन सब योजनाओं पर सरकार के इस आदेश ने पानी फेर दिया है।
क्यों कैंसिल हुई शिक्षकों की छुट्टियां
राजस्थान में सभी बोर्ड कक्षाओं की परीक्षा परिणाम घोषित हो चुके हैं इसके अलावा नॉन बोर्ड क्लास के रिजल्ट भी जारी कर दिए गए हैं। इसके बाद सभी स्कूलों में कई तरह की प्रशासनिक और कागजी काम का शुरू हो गए हैं। इन्हीं सभी प्रकार के काम को पूरा करने के लिए शिक्षा विभाग में यह सख्त आदेश जारी किया है की सभी शिक्षकों को वापस स्कूल आकर रिपोर्ट कार्ड तैयार करना रिकॉर्ड अपडेट करना और अगले सत्र की तैयारी करना है। 1 साल में मिलने वाली इन छुट्टियों का भी कैंसिल होने से शिक्षको में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। क्योंकि जो सरकारी शिक्षक लगी हैं उनकी पोस्टिंग घर से बहुत दूर होती है और वे वापस इन्हीं छुट्टियों में अपने घर की ओर जाने का प्लान करते हैं लेकिन सरकार के एक आदेश से हमको अब वापस स्कूल जाना पड़ेगा।
और राजस्थान में इस बार कहीं जगह पर तापमान भी अपने अलग अंदाज में मजे ले रहा है और कहीं जगह पर तापमान 45 डिग्री से ऊपर है ऐसी चिल चिलाती धुप में स्कूल जाना और काम करना मानो किसी सजा से काम नहीं है, और राजस्थान में लू का भी प्रकोप ज्यादा है, इसलिए अब उनको स्कूल आना पड़ रहा है जिससे उनका मानसिक और शारीरिक तनाव भी बढ़ रहा है।
कौनसे जिलों में रद्द हुई छुट्टियां
राजस्थान के नागौर सीकर और डीडवाना तथा चूरू जैसे जिलों में शिक्षा विभाग में शिक्षकों को वापस स्कूल बुलाया है, और सरकार द्वारा नया आदेश जारी करके यह बताया गया कि सभी शिक्षक समय पर विद्यालय आए हैं और सभी रिजल्ट और रिकॉर्ड से संबंधित कामकाज को जल्दी पूरा करें। राजस्थान में कहीं ऐसे शिक्षक हैं जो घरों से काफी ज्यादा किलोमीटर दूर रहकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और जैसे ही छुट्टियां घोषित हुई थी उन्होंने अपने घर की ऑफलाइन किया था लेकिन सरकार की एक आदेश से उन्हें वापस आना पड़ रहा है।
शिक्षकों ने जताई भारी नाराजगी
सरकार द्वारा जारी किए गए इस छुट्टियां कैंसिल के आदेश से शिक्षकों ने बड़ी नाराजगी ज्यादा ही है उनका कहना है कि जब विद्यालय में छात्र ही नहीं है तो छुट्टियों में शिक्षकों को स्कूल बुलाना उचित नहीं है, कुछ शिक्षकों ने सुझाव दिया है कि अगर छुट्टियों में भी काम ज्यादा जरूरी है तो ऑनलाइन या सीमित समय में बुलाकर निपटाया जा सकता है ना की पूरी छुट्टियां पर रोक लगाई जाए। और शिक्षकों को छुट्टियों में भी स्कूल बुलाए जाने से यह टकले लगाई जा रही है कि स्कूल तय समय से पहले खुल सकते हैं और बच्चों की छुट्टियां भी कम हो सकती है।