भारतीय रेलवे भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलवे प्रणाली है यह एक सरकारी संस्था है जिसे भारत सरकार के रेल मंत्रियों द्वारा संचालित किया जाता है, भारतीय रेलवे न केवल यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का कार्य करती है बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारतीय रेलवे की स्थापना 16 अप्रैल 1853 को की गई थी इसकी पहली ट्रेन मुंबई (बोरीबंदर) से थाने तक 34 किमी तक चली थी। इसकी औपचारिक शुरुआत लॉर्ड डलहौजी के समय हुई थी और इसका राष्ट्रीयकरण 1951 में किया गया। भारतीय रेलवे का प्रबंध भारत सरकार के रेल मंत्रालय के अधीन होता है इसमें विभिन्न जॉन और डिवीजन में बांटा गया है ताकि प्रबंधन और संचालन सुचारु रूप से हो सके।
हाल ही में सोशल मीडिया और कहीं न्यूज़ चैनल पर यह खबर बहुत ही तेजी से फैल रही है कि 24 मई 2025 से भारत रेलवे 16 एक ट्रेनों का संचालन करेगा जिनमें रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं रहेगी। यानी कि आप केवल जनरल टिकट के माध्यम से भारत की लंबी-लंबी यात्रा कर सकते हैं इससे दिल्ली सफर करने वाले लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है जैसे खासकर मजदूर छात्र इत्यादि। जो प्रत्येक दिन कम बजट में सफर करते हैं। उनके लिए यह खबर सही है या गलत इसके बारे में अधिक जानकारी पोस्ट होनी चाहिए बताई जा रही है।
क्या रिजर्वेशन के लिए वायरल खबर सच है ?
विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही है बिना रिजर्वेशन वाली खबर को लेकर रेलवे द्वारा कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, और ना ही रेलवे ने इसको लेकर कोई पुष्टिकरण दिया है। रेलवे अपने नियमों के तहत जनरल टिकट से ही यात्रियों को यात्रा के लिए सुविधा हेतु टिकट उपलब्ध करवा देता है। लेकिन नई ट्रेन बीना रिजर्वेशन के चलने की योजना पर फिलहाल कोई घोषणा या जानकारी नहीं जारी हुई है। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा और वीर नियंत्रण के लिए जनरल टिकट बनाने में बदलाव कर रहे हैं लेकिन 16 ट्रेनों की बात फिलहाल तो अफवाह ही लग रही है।
इंडियन रेलवे की मौजूदा जनरल टिकट व्यवस्था
भारतीय रेलवे में पहले से ही जनरल कोच होते हैं जहां बिना रिजर्वेशन के भी यात्री यात्रा कर सकते हैं, जनरल टिकट का टिकट काउंटर या उत्स एप के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं इसमें टिकट लेने के बाद आपके पास सेट की कोई गारंटी नहीं होती है भीड़ ज्यादा होने के कारण आपको खड़े होकर भी सफलता करना पड़ता है, कोरोना समय के बाद कुछ एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में जनरल कोच को भी रिजर्वेशन कोच में बदल लिया गया है, ताकि भीड़ पर नियंत्रण रखा जाए। इसलिए अब रेलवे फिर से जनरल टिकट की व्यवस्था को बेहतर बनाने और भीड़ नियंत्रित करने के लिए नए नियमों को लागू करने का विचार कर रहा है।
रेलवे नये जनरल टिकट नियम
भारतीय रेलवे जनरल टिकट के नियमों में बदलाव की तैयारी कर रहा है, ताकि भीड़ और सुरक्षा से जुड़ी समस्या को काम किया जा सके। मैं टिकट नियमों के अनुसार हर जनरल टिकट पर अब ट्रेन का नंबर अंकित होगा, किसी से यात्री सिर्फ उसी ट्रेन में यात्रा कर सकेगा और अन्य ट्रेन में जाने की मन मर्जी भी नहीं कर सकेगा। इसके अलावा टिकट की वैधता को भी शक्ति से लागू किया जाएगा, यानी कि यात्री को टिकट खरीदने की 3 मिनट की भीतरी यात्रा शुरू करनी होगी। यह नियम रेलवे द्वारा इसलिए लग गया है क्योंकि लोग एक टिकट लेने के बचत कई घंटे तक प्लेटफार्म पर बैठे रहते हैं जिसके कारण ओवरक्राउडिंग होती है और अर्थात ज्यादा भीड़ फाड़ के माहौल बन जाता है जिससे अवैध यात्रा बढ़ जाती है यह मुख्यतः अवैध यात्रा पर लगाम लगाने के लिए नया नियम लागू हुआ है।