भारत सरकार और राज्य सरकारे विधवा महिलाओं के लिए विभिन्न पेंशन योजना चल रही है जिनका उद्देश्य उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है इन योजना के तहत मिलने वाली पेंशन राशि राज्यवार अलग-अलग होती है। वर्तमान में भारत सरकार ने विधवा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के लिए विधवा पेंशन योजना को प्रभावी और मजबूत बनाया है। इस योजना के तहत मिलने वाली पेंशन को अब दोगुनी करके इसे डबल पेंशन कर दिया गया है। ताकि अब ₹1000 प्राप्त करने वाली महिलाओं को ₹2000 की पेंशन मिलेगी। जिससे उनके जीवन में आर्थिक राहत और स्थिरता आई है।
विधवा पेंशन योजना एक सामाजिक सुरक्षा योजना है जिसका उद्देश्य पति की मृत्यु के बाद आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करना है यह योजना विधवा महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने और उनके जीवन यापन की कठिनाई को कम करने में मदद करती है, बढ़ती महंगाई के चलते सरकार ने महिलाओं की पेंशन स्कीम को बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है और सरकार अब महिलाओं को डबल पेंशन पर 1 महीने उपलब्ध करवाएगी यानी कि जिस महिला को ₹1000 प्रति महीने विधवा पेंशन मिलती थी अब उसे ₹2000 की पेंशन दी जाएगी। इसके अलावा विधवा पेंशन के बारे में अधिक जानकारी आपको पोस्ट में नीचे उपलब्ध करवाई जा रही है।
विधवा पेंशन योजना के प्रमुख उद्देश्य
विधवा पेंशन योजना का प्रमुख उद्देश्य पति की मृत्यु के बाद महिला को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है इस योजना के माध्यम से सरकार उन विधवा महिलाओं को एक निश्चित मासिक पेंशन प्रदान करती है जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है या जिसके पास कोई स्थाई आय का स्रोत नहीं होता है विधवा पेंशन के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है:-
- पति की मृत्यु के बाद आय का स्रोत समाप्त हो जाता है इसलिए विधवा महिलाओं को मासिक पेंशन के रूप में आर्थिक सहायता दी जाती है।
- ये योजना विधवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती है ताकि वह समझ में सम्मान के साथ रह सके।
- जिन परिवारों की महिलाएं विधवा हो जाती है, उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ जाती है यह योजना उन्हें गरीबी से उभरने में मदद करती है।
- यह योजना विधवा महिलाओं को केवल आर्थिक ही नयी बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी समर्थन प्रदान करती है।
- पेंशन योजना के माध्यम से विधवा महिलाएं अन्य कल्याणकारी योजनाओं से भी जुड़ सकती है जैसे मुफ्त राशन स्वास्थ्य बीमा इत्यादि।
डबल विधवा पेंशन योजना क्या है ?
केंद्रीय एवं राज्य सरकार ने विधवा पेंशन योजना के तहत डबल पेंशन योजना की शुरुआत की है इसके तहत पहले जिन महिलाओं को 1000 से 1500 तक पेंशन मिलती थी उन्हें अब 2000 से लेकर 2500 तक की मासिक पेंशन मिल रही है। यह खासकर ग्रामीण क्षेत्रों और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए बड़ा सारा साबित हो रही है डबल पेंशन योजना का मकसद उन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें सामाजिक रूप से मजबूत करना ताकि उनका जीवन यापन सरल हो सके।
विधवा पेंशन योजना के लिए पात्रता
विधवा पेंशन योजना का लाभ पाने के लिए महिलाओं को कुछ आवश्यक पात्रता महाडंडों को पूरा करना होता है, यह पात्रता राज्य सरकार की योजना के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकती है लेकिन सामान्य रूप से निम्नलिखित शर्तें लागू होती है :-
- आवेदन करने वाली महिला के पति की मृत्यु हो चुकी हो एवं मृत्यु प्रमाण पत्र आवश्यक हैं।
- आवेदिका उसी राज्य की निवासी होनी चाहिए जहां वह योजना के लिए आवेदन कर रही हैं।
- परिवार की वार्षिक आय 60000 से लेकर 200000 के बीच होनी चाहिए ( अलग-अलग राज्य के अनुसार अलग-अलग )
- बीपीएल परिवारों को इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाएगी।
- अधिकांश राज्यों में न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 60 से 65 वर्ष होता है कुछ योजना में 40 वर्ष न्यूनतम निर्धारित होती है।
- यदि महिला पहले से किसी अन्य सरकारी पेंशन योजना का लाभ ले रही है तो उसे इस योजना में पत्र नहीं माना जाता है?
- यदि विधवा महिला ने पुनः विवाह कर लिया है तो वह इस योजना की पात्र नहीं मानी जाती है।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
विधवा पेंशन योजना में आवेदन करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज होते हैं जिनसे महिला की पहचान वैवाहिक स्थिति निवास और आर्थिक स्थिति की पुष्टि की जाती है :-
- पति का मृत्यु प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता पासबुक की कॉपी
- पासवर्ड साइज फोटो
- पति का नाम दर्शाने वाला कोई प्रमाण
- स्वघोषणा पत्र
आवेदन प्रक्रिया
सबसे पहले संबंधित राज्य की सामाजिक सुरक्षा वेबसाइट पर जाएं, विधवा पेंशन योजना के लिंक के ऑप्शन पर क्लिक करें, न्यू रजिस्ट्रेशन या अप्लाई ऑनलाइन का विकल्प चुने, अब वहां पर मांगी गई संपूर्ण व्यक्तिगत संबंधित जानकारी सही-सही भरें आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें भरी हुई संपूर्ण जानकारी की एक बार पुनः समीक्षा करें इसके पश्चात आवेदन का सत्यापन करें और फॉर्म को सबमिट करें। इसके पश्चात रशीद या आवेदन संख्या डाउनलोड करें भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।